New Delhi. प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले में भाषण देने के दौरान देश भर से आह्वान किया था कि इसे मुहिम के तौर पर चलाया जाए। यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखा है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक से बने उत्पादों का प्रयोग नहीं करें।
यूजीसी ने समस्त विवि को पत्र में लिखा है कि प्लास्टिक की जगह लकड़ी या कृषि अपशिष्ट से तैयार उत्पादों को उपयोग में लाएं। इसके अलावा पर्यावरण को बचाने की दिशा में युवाओं को नई मुहिम से जोड़ने का अनुरोध भी किया है।
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बता दें कि यूजीसी ने यह खत सीधे सभी कुलपतियों को लिखा है। पत्र में यह कहा गया कि प्लास्टिक के कारण जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। बढ़ते प्रदूषण के कारण जल संकट की स्थिति पैदा हो रही है। ऐसे में पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से रोकना होगा।
विश्वविद्यालय अपने कैंपस में लकड़ी, कागज या कृषि अपशिष्ट से तैयार कप, प्लेट जैसी चीजों का प्रयोग करें। साथ ही क्लास रूम, बोर्ड, गेट व अन्य जगह इस संबंध में नोटिस भी चस्पा करें।